संशोधित व संवर्धित ‘संस्कृत मञ्जूषा पाठ्यपुस्तकम्’ शृंखला ‘राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा’ स्कूली शिक्षा स्तर 2023 (एन.सी.एफ.एस.ई.) के आलोक में नवीनतम पाठ्यक्रम पर आधारित है। प्रस्तुत शृंखला छात्र-छात्राओं में संस्कृत भाषा के प्रति रुचि ही नहीं अपितु अनुराग उत्पन्न करेगी। साथ ही सहज एवं सुगम विधि से शास्त्रीय भाषा संस्कृत की विभिन्न व्याकरणिक अवधारणाओं और गद्य-पद्य को समझने, भाषा को सराहने व सीखने तथा संवाद की दक्षता प्राप्त करने में सहायक सिद्ध होगी। इस संशोधित एवं संवर्धित शृंखला के माध्यम से विद्यार्थी न केवल भाषा के चारों कौशलों में दक्ष होंगे बल्कि उनमें उच्च चारित्रिक व नैतिक मूल्यों का भी संचार होगा। वे अपने राष्ट्रीय गौरव से अवगत होकर भारत का ज्ञान भी अर्जित कर सकेंगे। नई शिक्षा नीति की अनुशंसा को ध्यान में रखकर अब यह शृंखला कक्षा 4 से 08 तक के लिए उपलब्ध होगी। शृंखला में शामिल पुस्तकों में पाठों का चयन एवं प्रवाह इस प्रकार निर्धारित किया गया है जिससे वे शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को रोचक व आनंददायी बना सके। शृंखला का एकमात्र उद्देश्य छात्र-छात्राओं में समस्त भाषागत कौशलों का समुचित विकास करना है इसलिए पुस्तक में सुभाषित, चित्रकथा, कविता, कथा, वार्तालाप, पहेलियाँ, एकांकी, यात्रा-वर्णन, नाटक, पत्र, चित्र पठन आदि विविध विधाओं को शामिल किया गया है। नवीनतम गतिविधियों एवं शिक्षण युक्तियों की सहायता से निर्मित यह सुंदर एवं बहुरंगी पुस्तकमाला निश्चित ही विषय को सहज एवं बोधगम्य बनाएगी।