शृंखला के बारे में
“द लर्निंग ट्रेल- हिंदी ”बुनियादी स्तर हेतु पाठ्यपुस्तक शृंखला
सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में पाठ्यपुस्तक केवल एक उपकरण और माध्यम है जो बच्चों में उन अनंत क्षमताओं को विकसित करने में सहायक है जिनके अंकुर उनमें पहले ही होते हैं. पाठ्यपुस्तक का उपयोग करते हुए अथवा स्वतंत्र रूप से भी बच्चों को कक्षा के आसपास के वातावरण, परिवेश एवं प्रकृति से अवगत कराना ; उन्हें स्वयं खोजबीन कर सीखने के लिए प्रोत्साहित करना; अपनी बात कहने के स्वतंत्र अवसर उपलब्ध कराना; स्वयं निर्णय लेने की क्षमता विकसित करना ही वास्तविक अधिगम है और किसी भी अधिगमशाला इसी में साफल्य भी है .
यह पुस्तक शृंखला नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत नवीन शैक्षणिक संरचना /प्रणाली के बुनियादी स्तर ( foundational stage ) हेतु तैयार की गई गतिविधि आधारित पुस्तक शृंखला है . इस शृंखला रचना राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा –बुनियादी स्तर 2022 को आधार बनाकर की गई है साथ ही निपुण भारत मिशन की संस्तुतियों का भी पालन किया गया है . नर्सरी से कक्षा 02 तक बुनियादी शिक्षा के पाँच महत्वपूर्ण वर्षों के लिए उपलब्ध इस सम्पूर्ण शृंखला में भाषा सीखने सिखाने के उत्तरोतर विकास क्रम को ध्यान में रखकर भाषा शिक्षण के चारों स्तंभों पर विशेष बल दिया गया है ये चार स्तंभ हैं – मौखिक भाषा का विकास , शब्द पहचानना, पढ़ना और लिखना . विद्यार्थियों में स्तरानुकूल भाषागत दक्षताएँ पल्लवित करने एवं तय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हर स्तर हेतु मूल पाठ्यपुस्तक के साथ-साथ कविता एवं कहानियों की पृथक पुस्तकें इस शृखला के अंतर्गत उपलब्ध कराई जा रही हैं.
“द लर्निंग ट्रेल” में सीखने की समस्त अवधारणाओं, पाठ्यचर्या के लक्ष्यों एवं दक्षताओं की प्राप्ति को सुनिश्चित करने के लिए रोचक बालकेंद्रित पाठ्यपुस्तकों का निर्माण किया गया है जो खेल-खेल में ही बच्चे के भाषाई ज्ञान को पुष्ट करेंगी.यह शृंखला बच्चों में आजीवन सीखते रहने एवं संपूर्ण भाषाई विकास के लिए एक मजबूत नीव तैयार करेगी.
बुनियादी स्तर ( फाउंडेशनल स्टेज ) के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2022 में भाषा के संदर्भ में निम्नलिखित पाठ्यचर्या लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं-
सी० जी० -09 बच्चे दैनिक जीवन के लिए प्रभावी संप्रेषण की कुशलता विकसित करते हैं.
सी० जी० -10 बच्चे प्रथम भाषा ( एल 1 ) में पढ़ने और लिखने में निपुणता विकसित करते हैं .